Wednesday, December 09, 2020

Income Tax Return: जुर्माने से बचने के लिए 31 दिसंबर तक जरूर फाइल करें आईटीआर

Income Tax Return: 

जुर्माने से बचना है तो 31 दिसंबर तक अपना itr जरूर फाइल करें


Income Tax return इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने देरी होने के कारण tax payer  को जुर्माना तो भरना ही पड़ता है, साथ ही इनकम टैक्‍स छूट का लाभ भी नहीं मिलता है।


कोरोना वायरस के चलते इस वर्ष केंद्र सरकार ने इनकम टैक्‍स रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि को  कई बार आगे बढ़ाया है। मौजूदा जानकारी के अनुसार 2019-20 (असेसमेंट ईयर 2020-21) के लिए टैक्स रिटर्न अब 31 दिसंबर तक फाइल किया जा सकेगा और ऐसी भी पूरी संभावना है कि अब केंद्र सरकार इस तारीख को आगे और नहीं बढ़ाएगी। जिन करदाताओं ने अपना आईटीआर जमा नहीं किया है उन्हें 31 दिसंबर से पहले ITR फाइल कर देना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया है तो भारी जुर्माना भुगतना पड़ सकता है।



Section 80CCD of income tax|Clarification। 



देर से आईटीआर भरने पर नहीं मिलती टैक्स में छूट


आपको बता दें कि इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने देरी के कारण करदाता को जुर्माना तो भरना ही पड़ता है, साथ ही इनकम टैक्‍स में मिलने वाली छूट का लाभ भी नहीं मिलता है। अगर रिटर्न 31 दिसंबर के बाद फाइल किया जाता है तो करदाता को 10,000 रुपए लेट फीस भरनी पड़ सकती है। वहीं ऐसे करदाता, जिनकी आय 5 लाख से ज्यादा नहीं है उनको देरी से आईटीआर भरने पर 1000 रुपए जुर्माना देना होगा।


HOW TO FILE INCOME TAX RETURN A.Y.2020-21(WITH FORM 16) FOR SALARIED PERSONS || ITR-1 fy 2019 20 ||

करदाता ध्यान दें... जीएसटी और आयकर रिटर्न 31 दिसंबर तक कर सकेंगे प्रस्तुत, ऑडिट भी इसी अवधि में होंगे

देर से ITR फाइल करने के क्या क्या नुकसान है


- आयकर कानून की धारा-10A और धारा-10B के तहत मिलने वाली छूट का लाभ नहीं मिलेगा


- धारा-80IA, 80IAB, 80IC, 80ID और 80IE के तहत मिलने वाली छूट का लाभ भी नही मिलेगा।






- धारा-80IAC, 80IBA, 80JJA, 80JJAA, 80LA, 80P, 80PA, 80QQB और 80RRB के तहत मिलने वाले डिडक्शन का फायदा भी नहीं मिलेगा।




- current assessment year  के नुकसान को अगले वित्तीय वर्ष में नहीं ले जा सकते हैं। टैक्स गणना के मूल्य का 50 फीसद से लेकर के 200 फीसद तक जुर्माना लग सकता है। - - ज्यादा वैल्यू वाले केसों में 7 साल की कठोर सजा हो सकती है।


ITR फाइल करते समय क्या क्या सावधानियां रखें--


- अपने ITR Form में अपनी सभी जानकारियों को सही-सही भरें।

यह भी पढ़ें

- गलत जानकारी देने पर रिफंड मिलने में दिक्कत हो सकती है।


- जिस बैंक खाते में आप आयकर रिफंड चाहते हैं, उस खाते को प्री-वैलिडेट कर लेवे।


- अगर एक साल में 50 हजार रुपए से अधिक कीमत का गिफ्ट मिला है तो इस पर टैक्‍स देना होगा। आईटीआर में इस बात का भी उल्लेख करें


- सभी टैक्स पेयर्स को बैंक खातों सहित सभी विदेशी संपत्तियों का विवरण प्रस्तुत करना होगा



Friday, May 08, 2020

07.05.2020 की वी सी की मुख्य बातें

सभी मुद्दों पर दिनांक 07.05.2020की वी सी में  बात हुई । वी सी मे एक नियम था कि जो मुद्दे पहले किसी ने उठा दिए तो पुनः रिपीट नहीं करें इसलिए सभी मुद्दों पर बात हुई है और सभी मुद्दे मंत्री जी ने नोट किए हैं और सभी मुद्दों पर शिक्षा मंत्री जी की मुख्यमंत्री जी से मीटिंग मे रखे जाएंगे ।सभी अधिकारी इन पर चर्चा करेंगे ।सभी मुद्दों का किर्यान्वयन कैसे हो इन सभी चिजों पर चर्चा होने के बाद नई गाइडलाइन 2/4 दिन में आएगी ।
युवा संघ ने अपनी पुरी बात रखी मंत्री जी ने भी युवाओं को अच्छे से सुना और अच्छा ही करने का पूर्ण विश्वास दिया ।

आज शिक्षा मंत्री जी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में राजस्थान शिक्षक संघ युवा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र आरसी जाखड़ तथा प्रदेश उपाध्यक्ष योगेन्द्र बिलोनिया ने भाग लिया । मंत्री महोदय के सामने शिक्षको सामने आने वाली विभिन्न समस्याओं को रखा गया ।

👉🏽नंबर 1 -जो शिक्षक वर्तमान समय में अपने मुख्यालय पर उपस्थित होकर कोविड-19 में ड्यूटी कर रहे हैं उन शिक्षकों के छुट्टी दी जाने की बात मंत्री महोदय के सामने रखी ।
नंबर 2 जो शिक्षक मुख्यालय पर उपस्थित हैं और कोविड-19 में ड्यूटी न देखकर फिर भी मुख्यालय पर उपस्थिति दे रहे हैं उन शिक्षकों के लिए भी छुट्टियों की मांग रखी गई है ।
 नंबर 3 जो शिक्षक मुख्यालय छोड़ कर गए थे उन शिक्षकों को उनके निवास स्थान के समीप ही लगाने की मांग राजस्थान शिक्षक संघ युवा ने रखी ।
इसके अलावा जो शिक्षक मुख्यालय छोड़कर गए और उनके गृह जिलों में कलेक्टर व एसडीएम के आदेश के तहत उनको अपने गृह जिले में ड्यूटी पर लगाया गया है उन शिक्षकों की समस्याओं से भी मंत्री महोदय को अवगत कराया गया ।

👉🏽ग्रीष्मकालीन अवकाश की मांग की गई ।

👉🏽रेड जोन क्षेत्र में होम आइसोलेशन क्वारेंटाइन क्षेत्र में तैनात शिक्षकों की रोटेशन ड्यूटी पर विशेष ध्यान देने की बात मंत्री महोदय के सामने रखी गई

👉🏽50 वर्ष से अधिक आयु वाले शिक्षकों ,गर्भवती महिलाएं ,2 वर्ष से छोटे बच्चे वाली महिलाएं ,दिव्यांग शिक्षक इन सभी को कोविड-19 रोकथाम ड्यूटी से  मुक्त करने की बात राजस्थान शिक्षक संघ युवा ने रखी

👉🏽शिक्षक भर्ती 2012 , 2013 संशोधित रिजल्ट जिनकी नियुक्ति 2017 में हुई उन शिक्षकों के स्थायीकरण और वेतन नियमितीकरण की मांग राजस्थान शिक्षक संघ युवा ने रखी । 2018 फरवरी में नियुक्त शिक्षकों के स्थायीकरण व वेतन नियमितीकरण की मांग मंत्री महोदय के सामने पुरजोर से रखी और यह मांग केवल राजस्थान शिक्षक संघ युवा के प्रदेश अध्यक्ष आरसी जाखड़ ने रखी । जिसको मंत्री महोदय ने बिल्कुल कहा कि हम इस मामले को अति शीघ्र दिखाते हैं और आपकी सभी स्थाईकरण व वेतननियमितिकरण की समस्याओं का हल करवाते हैं ।
👉🏽राजस्थान शिक्षक संघ युवा ने दैनिक कार्यालयों में व उच्च अधिकारियों के शोषण नीति के खिलाफ भी मंत्री महोदय को अवगत कराया और बीकानेर निदेशालय स्तर पर एक हेल्पलाइन केंद्र की मांग रखी गई ।

👉🏽राजस्थान शिक्षक संघ युवा ने  तबादला नीति की बात मंत्री महोदय के सामने रखी तो मंत्री महोदय ने कहा कि लोक डाउन की स्थिति में कैसे आप रिलीव होगे कैसे आप ज्वाइन कर पाओगे उसके बाद मंत्री महोदय ने कहा कि हम बिल्कुल अति शीघ्र तबादला नीति लागू करेंगे और सभी शिक्षकों को तबादलों का लाभ देंगे

👉🏽बीएलओ की मांग जो लगातार ड्यूटी कर रहे हैं उन बीएलओ के लिए जो बाहर के जिलों के यहां पर मुख्यालय पर तैनात है  उनके स्थान पर रोटेशन ड्यूटी अन्य विभागों की भी कर्मचारियों की मांग राजस्थान शिक्षक संघ युवा ने की ।

👉🏽वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 में 9000 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए मंत्री जी ने कहा कि यह मामला अति शीघ्र मेरे नजर में है और मैं जल्दी ही इस मामले को निपटा लूंगा ।

👉🏽राजस्थान शिक्षक संघ युवा ने दूध वितरण योजना पूर्ण रूप से बंद करने की मांग की और उन पैसों से विद्यालय को तकनीकी रूप से सक्षम बनाए जाने का मुद्दा मंत्री महोदय के सामने रखा ।

रामचंद्र जाखड़ ,प्रदेश अध्यक्ष 
योगेंद्र बिलोनिया, प्रदेश उपाध्यक्ष
राजस्थान शिक्षक संघ युवा
एवं समस्त प्रदेश कार्यकारिणी

Thursday, May 07, 2020

Income Tax Slab FY 2020-21 का विश्लेषण


नमस्कार साथियों |

जैसा कि आप जानते है कि दिनांक 01.02.2020 को केंद्र सरकार द्वारा बजट 2020 जारी किया जा चुका है|
इस बजट में आयकर स्लेब में भी बदलाव किये है|


आइये देखते है क्या है यह  बदलाव |

आयकर में छूट प्राप्त करने के लिए आयकर के सेक्शन 80CCD(1b) के तहत 50,000 रूपये की अतिरिक्त छूट कैसे प्राप्त करें ?

नमस्कार साथियों |
आयकर में ज्यादा से ज्यादा छूट प्राप्त करने के लिए हम विभिन्न प्रकार की Saving Schemes में Invest करते है| अगर आपक एक सरकारी कर्मचारी है तो आपके वेतन से NPS की कटौती की जाती होगी|

शाला दर्पण पर ACP Pendency Report कैसे भरें|Shala darpan per ACP ki feeding kese kare|ACP pendancy|


नमस्कार साथियों आपका बहुत बहुत स्वागत है|


साथियों अब शाला दर्पण के माध्यम से ही ACP के लिए आवेदन करना होगा|

इसी के तहत अब संस्थाप्रधान सभी कार्मिकों  का ACP से सम्बंधित विवरण शाला दर्पण पर अपडेट करवाया जा रहा है|

विस्तृत जानकारी के लिए वीडियो देखिएं|











आपके सुझाव और प्रश्न आमंत्रित  है|

अवकाश के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया




।। अवकाश के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया।।



 ✍🏻सर्वप्रथम शाला दर्पण पर आप स्वयं का या शाला दर्पण प्रभारी की मदद से पर्सनल NIC-ID (शालादर्पण आईडी) बनवाएं, इसके आईडी और पासवर्ड आपके मोबाइल पर एसएमएस द्वारा प्राप्त होंगे, उन्हें सुरक्षित रखें।

Income Tax Slab FY 2020-21


Income Tax Slab FY 2020-21

*इनकम टैक्स अपडेट*

अब आपको ITR fillup करने के लिए दो ऑप्शन के रूप में केंद्र सरकार के द्वारा TAX SLAB दिया गया है जिनमें से एक का चुनाव करके आप ITR भर  सकते हैं जो निम्न प्रकार है

1.. 0 to 2.5 lakh      0%
2.. 2.5 to 5 lakh      5%
3.. 5 to 10 lakh       20%
4.. 10 to 20 lakh     30%

           2nd option

1.. 0 to 5 lakh          0%
2.. 5 to 7.5 lakh      10%
3.. 7.5 to 10 lakh    15%
4.. 10 to 12.5 lakh   20%
5.. 12.5 to 15 lakh   25%
6.. 15 to 20 lakh      30%

यदि आप 2nd option का चुनाव करते है तो आपको किसी तरह की saving की छूट नही मिलेगी। यानी कि 80cc, 80 ccd, 80ccd(ib), policy,  tution fees, RD, ppf आदि को saving नही माना जायेगा और इनको GROSS INCOME में सम्मिलित करते हुए TAX PAY करना पडेगा
अब आप उदाहरण से समझिए

RBSE की बोर्ड कक्षाओं की कॉपियों जांचने के लिए करा रहा है ये तैयारी



राजस्थान बोर्ड की कॉपियों के जांचने का कार्य भी अटका हुआ था। इसी को पूर्ण करने तथा छात्रों की समस्या को देखते हुए बोर्ड ने यह निर्णय लिया है.....

07.05.2020

अजमेर।

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की 12वीं और वरिष्ठ उपाध्याय की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओ को जांचकर अंक परीक्षक अब ऑनलाइन बोर्ड मुख्यालय भिजवाएंगे। अब तक परीक्षक उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के बाद विद्यार्थियों को मिले अंक ओएमआर शीट के माध्यम से बोर्ड मुख्यालय भिजवाते थे। 

बोर्ड सचिव मेघना चौधरी ने बताया कि कोरोना से उपजे हालातों को देखते हुए इस बार विद्यार्थियों के अंक बोर्ड की वेबसाइट के पोर्टल पर अपलोड करने की व्यवस्था की गई है। सभी परीक्षक इसी पोर्टल पर विद्यार्थियों के अंक उपलोड करेंगे। बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के लिए परीक्षकों को उनके घर पर भिजवाई गई हैं।


उल्लेखनीय है कि इस बार कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते विभिन्न बोर्ड परीक्षाओं पर प्रभाव पड़ा है। सीबीएसई बोर्ड में 10वीं तथा 12वीं कक्षा की कुछ परीक्षाएं भी स्थगित की गई थी, जिनकी तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी। इसके चलते राजस्थान बोर्ड की कॉपियों के जांचने का कार्य भी अटका हुआ था। इसी को पूर्ण करने तथा छात्रों की समस्या को देखते हुए बोर्ड ने यह निर्णय लिया है।

Wednesday, May 06, 2020

ग्रीष्मावकाश में कोरोना ड्यूटी के संबंध में जारी आदेश का स्पष्टीकरण

*साथियों निदेशक महोदय द्वारा जारी  आदेश का विवरण इस प्रकार है*

 1. सभी साथियों को वेतन मिलेगा  ओर कोई कार्रवाई नहीं होगी कार्रवाई सिर्फ उन कार्मिकों पर कार्यवाही होगी जो 12 अप्रैल के बाद सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना  मुख्यालय छोड़ कर गये*

 2. मुख्यालय से बाहर गये सभी साथियों को 15 से पहले ड्यूटी ज्वाइन करनी है ओर इनको ग्रीष्मावकाश के दौरान कार्य करने पर उपार्जित अवकाश नही मिलेगा । परंतु  जो पहले मुख्यालय पर थे और पहले भी ड्यूटी पर थे ओर अभी भी ड्यूटी करेंगे उनको उपार्जित अवकाश मिलेगा।

3. अगर 16 मई के बाद ड्यूटी के  लिए अन्य विकल्प हो तो सीबीईईओ सक्षम स्तर से अनुमोदन करा कर अभी जो कार्मिक ड्यूटी कर रहे है उनको राहत दिलावे* 

4. पीईईओ के लिए कार्यालय खोलना आवश्यक है वो पंचायत पर उपस्थिति रहेंगे


 5. यदि कोई पोषाहार प्रभारी जो अभी ड्यूटी कर रहा है  और उसको अगर ड्यूटी से राहत मिल जाती है तो अपना समस्त एमडीएम का रिकार्ड पीईईओ को देकर ही मुख्यालय छोड सकेंगे। 

6. अगर किसी ड्यूटी कोराना या परीक्षा कार्य मे लगती है तो बीच मे आना पड़ेगा 

7. ये आवश्यक नही की अभी ड्यूटी कर रहे सभी शिक्षकों को छुट्टी मिल जाये क्यों कि आदेश मे स्पष्ट लिखा है की ड्यूटी के लिये अन्य विकल्प होने पर ही सीबीईईओ छुट्टी के लिये राहत देगा ।


किसी भी प्रकार की दुविधा या विरोधाभास होने पर निदेशालय के आदेश ही मान्य होंगे

Tuesday, May 05, 2020

Shala Darpan Prabhari ke karya|| Duties of Shala-Dapran incharge|| शाला दर्पण प्रभारी के क्या क्या कार्य है?



   
दिनांक : 05.05.2020

नमस्कार साथियों |

        साथियों विद्यालय में शाला दर्पण सम्बन्धी जब भी कोई कार्य भी बात आती है तो बाकी साथियों द्वारा अधिकांश  यह सुनने को मिलता  है कि ये काम तो शाला दर्पण प्रभारी करेगा| या फिर ये सुनने को मिलता है कि मुझे तो यह काम आता ही नहीं है, या फिर ये भी सुनने को मिल जाता है कि मुझे तो कम्प्यूटर आता ही नहीं है| अब ऐसे जवाब देकर अधिकांश साथी कम्प्यूटर सम्बन्धी काम या यो कहें कि विशेष रूप से शाला-दर्पण सम्बन्धी काम से बच  जाते है| और बेचारा शाला-दर्पण प्रभारी अपना मन मारकर और मजबूरी में शाला दर्पण सम्बन्धी काम करता रहता है| अगर वह संस्था प्रधान से संपर्क करते है तो अधिकांश संस्था प्रधान भी उनकी बात नहीं सुनते या फिर कुछ संस्था प्रधान सहानुभूति जताते हुए कहते है कि “यार अब ये लोग नहीं करना चाहते तो उनके साथ जबरदस्ती नहीं कर सकते है| और अगर आप नही करोगे तो कौन करेगा , काम अटक जायेगा या फिर आपके अलावा इस काम को अच्छी तरह से और कोई नहीं कर सकता |”
 अब इस तरह का जवाब सुनकर शाला दर्पण प्रभारी (कम्प्यूटर जानने वाले) चुप हो जाते हैं या फिर अपने आप को कोसते हुए सोचते है कि “मैंने यह आफत क्यों मोल ली| मैं भी बाकी  साथियों  की तरह ही मना कर देता तो सही रहता |”








और बाकी साथी “ बने रहो पगला , काम करेगा अगला” नीति का सहारा लेते हुए कामचोरी का आनंद लेते है| बेचारा शाला दर्पण प्रभारी अकेला ही काम में लगा रहता है और परेशान ही रहता है| अब एक तो शाला दर्पण का प्रभार, साथ में उसे कक्षा-अध्यापक भी बना दिया जाता है | अब न तो वह विद्यार्थियों को ढंग से पढ़ा पाता है, और न ही वह खुश रहकर शाला दर्पण का कार्य ही कर पाता है|  हाँ कुछ लोग ऐसे भी है जो अपनी इस जिम्मेदारी को बड़े आनंद के साथ निभाते है| परन्तु एक तो बात तो अवश्य है कि इस तरह कार्य करने से अध्यापन कार्य अतो पक्का प्रभावित होता है|

पर मेरा प्रश्न अब भी वहीं का वहीं है कि विद्यालयों में ये जो हो हा है क्या वह सही है ? विद्यालयों में शाला-दर्पण चालू हुए कई वर्ष हो गए परन्तु विभाग द्वारा  इसके सञ्चालन और प्रभारी के दायित्वों को लेकर कोई स्पष्ट गाइडलाइन जारी न करने के कारण इस विषय को लेकर या तो मतभेद होते रहते है या फिर शाला दर्पण का काम  अधूरा पड़ा रहता है| और हमारे अधिकारी आदेश पर आदेश निकालते रहते है कि प्रभारी को प्रतिदिन शाला दर्पण चेक करना चाहिए वगैरह वगैरह| कई बार तो इस चक्कर में बेचारे प्रभारी को नोटिस भी मिल जाते है|

      परन्तु साथियों में आपसे पूछना चाहूँगा कि ये जो सब होता है क्या वह सही है? क्या इस विषय में कोई गाइडलाइन जारी नहीं होनी चाहिए| क्या संस्था प्रधान को शाला दर्पण के कार्य हेतु विद्यालय स्तर पर कोई सुचारू व्यवस्था लागू नहीं करनी चाहिए ?  अगर आप एक सच्चे शिक्षक है तो आपका उत्तर हाँ में होगा |  

सुझाव:

विद्यालय में शाला दर्पण के कार्य को लेकर मेरे कुछ सुझाव है , अगर आप मेरे सुझावों से सहमत है तो कमेन्ट करके जरुर बताये:-

1.    जिस प्रकार विद्यालय का प्रभारी संस्था प्रधान होते है और वे केवल विद्यालय की मोनिटरिंग करते हुए  विद्यालय के अन्य साथियों की सहायता से विद्यालय का सफल सञ्चालन करते है , वैसे ही शाला दर्पण प्रभारी  भी ऑनलाइन कार्यो का प्रभारी होता है और उसकी सहायता हेतु एक कमेठी बनाई जानी चाहिए जिसमें एक शाला दर्पण प्रभारी हो , एक सह प्रभारी हो जो प्रभारी की अनुपस्थिति में मोनिटरिंग करेगा, सभी कक्षाओ के कक्षा अध्यापक उसके सदस्य हो , और अगर विद्यालय में कार्यालयी कमर्चारी है तो उनको भी इसका सदस्य बनाया जाना चाहिए| (हो सकता है कि कुछ विद्यालयों में यह कमेठी बनाई भी जाती हो, परन्तु मुझे लगता नहीं कि क्रियान्वयन ढंग से होता होगा|)

2.  अब प्रभारी शाला दर्पण सम्बन्धी समस्त कार्यो की मोनिटरिंग करें और सभी कक्षा अध्यापक अपनी अपनी कक्षाओं के विद्यार्थियों सम्बन्धी समस्त कार्य करें|

3.   इसके अलावा कार्यालयी कर्मचारी विद्यालय के रिकॉर्ड सम्बन्धी कार्य सम्पन्न करें|

4.    प्रतिवर्ष शाला दर्पण प्रभारी बदलने चाहिए |

5.    अगर कोई कार्मिक द्वारा कम्प्यूटर न जानने या कोई कार्य नहीं आने का बहाना बनाया जाता है तो उससे ये बात संस्था प्रधान द्वारा लिखित में लेनी चाहिए| ताकि कोई अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये तो सुविधा हो | मेरे अनुसार को भी कार्मिक यह लिखकर नहीं देगा कि मुझे कम्प्यूटर नहीं आता या मुझे ये काम नहीं आता क्योंकि सभी कर्मचारियों द्वारा RSCIT कोर्स करना अनिवार्य है| अगर किसी ने नहीं किया हो तो उन्हें कोर्स करने के लिए कहा जाएँ|

6.  विभाग द्वारा शाला दर्पण के स्टाफ कोर्नर की तरह ही शाला दर्पण पर        कक्षा-अध्यापकों के लिए अलग से login सुविधा लागू की जानी चाहिए |

7.  संस्था प्रधान को कार्य का विभाजन समान रूप से सभी कार्मिकों में करना चाहिए| और जिनको कार्य नहीं आता उन्हें कार्य सीखाया जाना चाहिए|

8.    इनके अलावा भी कुछ सुधार किये जा सकते है| अगर आपके मन भी इसक विषय में कोई सुझाव है तो कमेन्ट जरुर करें|


धन्यवाद |




Friday, May 01, 2020

क्या पे मेनेजर पर DA Arrear से Income Tax काटना चाहिए?


नमस्कार साथियों अक्सर ये सवाल बार-बार पूछा जाता है  कि क्या  पे मेनेजर पर DA Arrears का बिल  बनाते समय Income Tax काटना चाहिए?
साथियों इस बारे में मै आपको कहना चाहूँगा कि :-

किसी भी प्रकार की देय राशी से TDS के रूप में इनकम टैक्स की कटौती करना DDO का दायित्व है। और जैसा कि आप जानते है कि DDO आपके वेतन से मासिक इनकम टेक्स भी कटते है| अब बात आती है  DA Arrears की तो आप ये बताइए कि क्या  DA Arrears कार्मिक की इनकम नही है ? फिर ये भ्रमित करने वाले सवाल और जवाब क्यों आते है। इसका करना है अज्ञानता या भ्रम की स्थिति में होना |

       अब रही बात DA Arrears से   इनकम टेक्स काटने की तो इसका सामान्य सा जवाब है कि जब आपकी कुल वार्षिक आय (चाहे salary हो, DA  हो, DA Arrears   हो, surrender हो, surrender Arrears हो को मिलाकर )   Taxable बनती है है तो आपको हर प्रकार के Arrears और वेतन से TDS  के रूप में tax काटना चाहिए।


      और किसी मित्र के पास टेक्स Arrears आदि से इनकम टेक्स  न काटने के आदेश हो तो शेयर करे अथवा दुसरो को भ्रमित करना बंद करे।

बाकी आपकी मर्जी।

धन्यवाद |