पुराने समय में संत गाँव के लोगों को प्रवचन देते थे, भिक्षा मांगकर अपना जीवन यापन करते थे। एक दिन गाँव की महिला ने एक संत के लिए खाना बनाया। जब संत उस महिला के घर खाना खाने गए, तो उस महिला ने पूछा की महाराज हमें जीवन में सच्चा सुख और आनंद कैसे मिल सकता है? इस पर संत ने कहा की इसका जवाब हम आपको कल देंगे।
अगले दिन उस महिला ने संत के लिए खीर बनाई, क्योकि वह महिला उन संत से सुख और आनंद के बारे में प्रवचन सुनना चाहती थी।
उसके बाद संत आये और उन्होंने भिक्षा के लिए उस महिला को आवाज दी। महिला संत के लिए खीर लेकर बाहर आई। संत ने खीर लेने के लिए अपना कमंडल आगे किया। महिला खीर डालने ही वाली थी की उसकी नजर कमंडल के अन्दर पड़ी। तो उसने संत से कहा की महाराज आपका कमंडल तो गंदा है, इसमें कचरा पड़ा है। इस पर संत ने कहा- हां कमंडल गंदा है, लेकिन आप खीर इसमें ही डाल दो। महिला ने कहा- नहीं महाराज, ऐसे तो खीर ख़राब हो जाएगी।
आप ऐसा कीजिये ये कमंडल मुझे दीजिये, मैं इसे धोकर साफ कर देती हूं। इस पर संत ने पूछा की मतलब जब तक कमंडल साफ नहीं होगा तो आप इसमें खीर नहीं देगी। उसके बाद महिला ने कहा- जी महाराज, मैं इसे साफ़ करने के बाद इसमें खीर दे दूंगी। तब संत ने कहा की ठीक इसी तरह जब तक हमारे मन में लोभ, क्रोध, मोह, और काम जैसे बुरे विचारो की गंदगी है, तो हम उसमें अच्छे उपदेश कैसे डाल सकते हैं? अगर ऐसे मन में उपदेश डालेंगे तो अपना असर नहीं दिखा पाएंगे।
इसलिए अच्छे उपदेश सुनने के लिए मन को शांत और पवित्र करना चाहिए। तभी हम ज्ञान की बातें सीख सकते है। शांत और पवित्र मन वाले ही सच्चे सुख और आनंद की प्राप्ति कर पाते हैं।
शिक्षा:-
जब हम अपने मन को शांत और पवित्र बना लेंगे तब हमें जीवन का सच्चा सुख और आनंद की प्राप्ति होगी।
राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के बैनर तले शहीद स्मारक जयपुर में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर 19 अक्टूबर से जारी आमरण अनशन कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मिले आश्वासन के बाद शनिवार को समाप्त कर दिया गया। संघ की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार 4 वर्षों से शिक्षा विभाग में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के अलावा सभी के स्थानांतरण किए जा रहे हैं। सरकार 47500 की नई भर्ती फरवरी में करने जा रही है। शिक्षकों को आशंका थी कि 47500 की भर्ती की विज्ञप्ति जारी होने के साथ ही स्थानांतरण के रिक्त पद भर दिए जाएंगे जिस पर जो 85 हजार शिक्षक आवेदन के लिए स्थानांतरण कर चुके हैं, उनको स्थानांतरण का लाभ नहीं मिलेगा। प्रतापसिंह खाचरियावास ने आश्वासन दिया गया कि प्रधानाचार्य व व्याख्याता की बची हुई सूचियां निकलने के बाद तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण खोल दिए जाएंगे। हमारे सभी मंत्री व विधायक स्थानांतरण खोलने के समर्थन में है।
जिलेवार रिक्तियां घोषित करने से पूर्व स्थानांतरण कर दिए जाएंगे। किसान नेता राजाराम मील व गजेंद्र सिंह राठौड़ ने पांचों अनशनकारी सुनील मेहला, सूरजभान, बृजलता, मोहिनी सैनी, रेणुका को नारियल पानी पिलाकर अनशन तुड़वाया। राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गिरिराज शर्मा ने राजस्थान सरकार का धन्यवाद देते हुए चेतावनी दी कि अगर सरकार 15 दिन में स्थानांतरण प्रक्रिया प्रारंभ नहीं करती है तो इससे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा।आगामी दिनों में सरकार कोई निर्णय नहीं लेती है तो फिर से शिक्षक आंदोलन करेंगे। प्रदेश प्रवक्ता रनजीत मीणा ने बताया कि महेश चौधरी, भूपेंद्र मीणा, भगवान सिंह ,मनोहर राजपूत, मनीष सोनी, दिनेश परेवा, ललित भाटिया उपस्थित रहे।
राजस्थान सरकार दे रही सभी विद्यार्थियों को फ्री स्मार्ट टेबलेट 3 साल की इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ
राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के राज्य स्तरीय आयोजन में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा फ्री टेबलेट योजना की गई।
इस घोषणा के अनुसार बोर्ड परीक्षा वाली 8वीं, 10वीं एवं 12वीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को मेरिट के आधार पर हर कक्षा के पहले 9,300 बच्चों को स्मार्ट टैबलेट 3 साल की निशुल्क इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ दिए जाएंगे। मुख्यमंत्रीजी ने बताया कि पिछले कार्यकाल में हमारी सरकार ने प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किए थे जिससे बालकों को आईटी की शिक्षा मिल सके । पूर्ववर्ती सरकार ने इस योजना को बन्द कर दिया था। युवाओं के हित में हम पुनः इस योजना को शुरू कर रहे हैं। बीते 3 वर्षों में कोविड के कारण इनका वितरण नहीं हो सका इसलिए करीब 93,000 बच्चों को इस वर्ष टैबलेट वितरित किए जाएंगे। इसकी जानकारी राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करके जानकारी दी।।
राजस्थान फ्री टेबलेट योजना 2022 के प्रमुख उद्देश्य
राजस्थान सरकार द्वारा फ्री टेबलेट योजना की शुरुआत विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए की गई है। इस योजना के कारण राजस्थान की साक्षरता दर में भी वृद्धि होगी । जो कक्षा आठवीं दसवीं और बारहवीं बोर्ड में अच्छे अंक लाएंगे उनको फ्री स्मार्ट टेबलेट के साथ ही साल की इंटरनेट कनेक्टिविटी भी दी जाएगी । इस योजना के माध्यम से राज्य के सभी विद्यार्थियों को उनके माता-पिता पढ़ने का प्रयास करेंगे ताकि अच्छे अंक लाकर बेटा भी इसमें टेबलेट का विजेता बन सके ।
FD और RD को लेकर न हों कंफ्यूज, दो
मिनट में जानिए दोनों में अंतर
अपने पैसे को डबल करने के लिए RD या FD? जानिए कौन सा ऑप्शन है ज्यादा
सही
FD
vs RD: एफडी और आरडी में निवेश को लेकर हो रही है उलझन? समझें कौन सा विकल्प है बेहतर
In this post:-
अपने पैसे को डबल करने के
लिए RD या FD? जानिए कौन सा
ऑप्शन है ज्यादा सही
FD और RD को लेकर न हों
कंफ्यूज, दो मिनट में जानिए दोनों में अंतर
FD vs RD: एफडी और आरडी में निवेश को लेकर हो
रही है उलझन? समझें कौन सा विकल्प है बेहतर
FD और RD में से किसी
एक को चुनने में अगर दिक्कत आ रही है, तो आपको सबसे पहले
अपनी जरूरतों को समझना होगा. अपने फाइनेंशियल गोल्स को ध्यान में रखते हुए आप सही
विकल्प को चुनाव कर सकते हैं.
परिचय
Introduction
( what are FD and RD depsit options)
जीवन
में हर समझदार व्यक्ति पैसे कमाने के साथ- साथ उसकी सेविंग के महत्व को भी समझता है|हर कोई चाहता है कि वो अपनी आय के हिस्से से अच्छी बचत कर सके,
जिसे बाद में जरूरत पड़ने पर उपयोग किया जा सके|वह अपने पैसों
को ऐसी जगह सेव करना चाहता है जिसमें पैसा सिक्योर
रहने के साथ-साथ जल्द ही ग्रो करे और भविष्य
में उसे ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिल सकें|
इसके
लिए बाजार में अनेक प्रकार के प्रोडक्ट मौजूद हैं, जैसे FD(Fixed
Deposit),RD (Recurring
deposit), एलआईसी, शेयर, म्यूच्युअल फंड आदि इनमें शामिल हैं, जिनमें निवेश करके आप बचत कर सकते हैं। हालांकि, बाजार में मौजूद कई प्रोडक्ट्स ऐसे हैं, जिनमें निवेश करने पर रिटर्न से जुड़ा खतरा भी रहता है।
इसलिए
देश में एक बड़ा वर्ग है ऐसा है जो किसी जोखिम वाले ऑप्शन्स में निवेश करने के
बजाए बैंकों में पैसे रखना ज्यादा पसंद करता है | वैसे तो बैंक में भी आप पैसे
अलग-अलग तरह से निवेश कर सकते हैं| लेकिन, FD (Fixed Deposit) और RD (Recurring Deposit) सबसे कॉमन ऑप्शन में से एक हैं| यह बाजार जोखिमों से अलग होते हैं और आपको अच्छे रिटर्न भी देने में मदद
करते हैं|
लेकिन
अधिकांश व्यक्ति FD और RD में निवेश करने को
लेकर कंफ्यूजन में रहते है | अगर आप भी FD और RD को लेकर कंफ्यूजन
में हैं तो आज हम आपका कंफ्यूजन दूर करने की कोशिश करेंगे| इस वीडियो में हम आपको FD
और RD
से जुड़े सभी महत्वपूर्ण फैक्ट बताएँगे और दोनों की तुलना करेंगे , जिसके बाद आप
खुद समझ जाएंगे कि FD और RD में क्या अंतर है| साथ ही आप अपने फंड और अपनी जरूरत के आधार पर सही ऑप्शन का चयन कर पाएंगे|
FD vs RD
तो आज के इस article में हम निम्न बिन्दुओं पर चर्चा करेंगे:-
1. FD और RD
दोनों क्या है? (What is FD and RD?)
2. FD और RD
दोनों में से किसमें पैसा Invest करना चाहिए|
(Where to invest?)
3. दोनों में
से कौन बेहतर है ? (Which is better?)
4. किसमें
ज्यादा ब्याज मिलेगा? ( Where to get High Interest?)
5. दोनों में
से कौनसा विकल्प अधिक सुरक्षित है? (Which is safe?)
FD का
पूरा नाम होता है Fixed Deposit| FD
में One Time investment करना होता है| एक ही बार किसी
lumpsum amount को इसमें जमा किया जाता है|
उदाहरण
के लिए मान लीजिए आपके पास 20 हजार रूपये extra amount है| और उसे आप एक ही बार
invest करना चाहते है तो आप FD को चुन सकते है, इसमें आपको ये पता रहता है कि आपके
पास कितनी राशी है और इसे आप कितने साल के लिए invest करना चाहते है साथ में आपको
ये भी पता रहता है कि आपको कितना interest आपको मिलने वाला है| और कितने वर्षों के
बाद कितनी mature amount आपको मिलने वाली है| ये सारी बातें आपको पहले से पता होती
है| इनमें कोई भी बदलाव नही होते है| आपने अगर एक बार FD कर दी है तो वो fix हो
जाएगी अब बैंक द्वारा interest rate बढाई जाये या घटाई जाये FD में कोई बदलाव नहीं
होने वाले है|
FD एक ऐसा Saving Instrument है, जिसके तहत निश्चित अवधि के लिए जमा किए गए पैसे पर ब्याज
मिलता है और जब अवधि पूरी हो जाती है, तो Deposit amount मैच्योर हो जाती है और आपको इसे वापस कर
दिया जाता है| निवेशकों के पास FD में संचयी (Cumulative) और गैर-संचयी ब्याज (Non-Cumulative) ऑप्शन में से चुनने का विकल्प होता है| संचयी ब्याज FD
में, आपको मैच्योरिटी पर Principal और Compounded Interest है और वहीं,
गैर-संचयी FD में, आपके पास नियमित अंतराल जैसे मासिक,
त्रैमासिक आधार पर ब्याज प्राप्त करने का विकल्प होता है|
आमतौर पर, ऐसे निवेशक जो युवा हैं और जिनके पास आय के अन्य स्रोत हैं,
वे संचयी FD पसंद करते हैं| इसके अलावा, senior citizons या ऐसे लोग जो रिटायरमेंट के बाद नियमित
इनकम चाहते हैं, वे regular interest के लिए गैर-संचयी FD
पसंद करते हैं|
अगर आपके पास एकमुश्त राशि है और कम जोखिम के साथ रिटर्न हासिल करने के लिए
उन्हें निवेश करना चाहते हैं, तो FD आपके लिए एक अच्छा विकल्प है| आप बड़े बैंकों में
पैसा जमा कर सकते हैं जहां पैसे सुरक्षित होते हैं और रिटर्न भी ठीक-ठाक मिल जाता
है| आप ऐसे छोटे बैंकों में भी निवेश कर सकते हैं,
जो अच्छा रिटर्न देते हैं, हालांकि इन्हें कम सुरक्षित माना जाता है.
(B) RD क्या है?
(What is RD? What is
recurring deposit?)
अब बात करते है RD
की| RD का पूरा नाम
होता है Recurring Deposit | इसमें आपको हर महीने एक fixed
amount जमा करवानी होती है| आइए इसे भी एक उदाहरण से समझते है|
मान
लीजिए कि आपको लगता है कि आप हर महीने 1000 रूपये बचा लेते है और इन 1000 रूपये को
आने वाले पांच वर्षों तक invest करना चाहते है| तो अब आपको ये 1000 रूपये हर महीने
RD खाते में पांच वर्षों तक जमा करने होंगे| इस तरह से आप पांच वर्षों में 1000
रूपये के हिसाब से कुल 60,000 रूपये जमा कर लेते है| (1000x12x5=60,000)
RD में भी आपको interest
rate पहले से पता होती कि क्या rate of interest रहेगी और पांच वर्षों बाद कितनी
matured amount आपको मिलने वाली है|
यानी RD एक fixed
interest और fixed
tenure के लिए monthly saving instrument हैं|FD की तरह, RD पर भी आपको पूरे Tenure में वही ब्याज मिलता है,
जिस पर कार्यकाल की शुरुआत में सहमति होती है| हालांकि,
FD के विपरीत,
RD निवेशकों को किस्तों में बचत करने की
अनुमति देता है| इसका मतलब यह है कि आपको हर महीने आपके द्वारा निश्चित की गई राशी
आपको जमा करवानी होती है या फिर आपके बैंक अकाउंट से हर महीने एक निश्चित राशि काट
ली जाती है|
(C) FD और RD में क्या अंतर है?
Difference between fixed
deposit and recurring deposit
difference between fd and rd
recurring deposit vs fixed deposit
difference between fixed deposit and recurring deposit
(i)
जमा की जाने वाली राशी के आधार पर अंतर:-
FD और RD के बीच अंतर की बात
करें तो दोनों में सबसे बड़ा अंतर है यह है कि FD में आप एकमुश्त पैसा जमा कर सकते है जबकि RD में ऐसा संभव नहीं है। RD में किश्तों में पैसा जमा
किया जाता है। अगर आपके पास एकमुश्त पैसा है, और इसे आप
निवेश करना चाहते हैं तो ऐसे में आप सुरक्षित रिटर्न के लिए FD को विकल्प चुन सकते हैं। हालांकि,
अगर आपको थोड़ा-थोड़ा पैसा किस्तों में जमा करना है तो आप इसके लिए RD का विकल्प चुन सकते हैं। इससे आपको पैसा भी जमा हो जाएगा और जमा पैसों पर
आपको ब्याज भी मिलेगा।
(ii)
जमा अवधि के आधार पर अंतर:-
दूसरे बड़े अंतर की बात करें तो आपको बता दे कि FD में 7
दिन से लेकर 10 साल तक की अवधि के लिए invest
किया जा सकता है, जबकि RD में 6 महीने से 10 साल तक की
अवधि में निवेश करने का विकल्प होता है।
(iii) न्यूनतम जमा राशी के
आधार पर अंतर:- बात करें न्यूनतम Invest की तो आपको बता दे कि
अलग अलग बैंकों में इसके सम्बन्ध में अलग अलग नियम हो सकते है| परन्तु वर्तमान में
(अक्तूबर 2022) SBI में FD के लिए न्यूनतम राशी 1000 रूपये है और इसे कम से कम 07
दिनों के लिए invest करना जरुरी है परन्तु RD में न्यूनतम राशी की सीमा 100 रूपये
है और कम से कम 01 वर्ष के लिए जमा करवाना जरुरी है|
(iv) Interest Rate के आधार पर अंतर:-:-
( What is current interest
rate of FD? ( What is current interest rate of RD?)
तुलनात्मक रूप से
फिलहाल FD के मुकाबले RD में ज्यादा
इंटरेस्ट रेट मिलता है। RD में ब्याज तिमाही या फिर मासिक
आधार पर जबकि FD में
मेच्योर होने पर ब्याज मिलता है। ब्याज दर की भी अगर हम बात करें तो investment
period के अनुसार FD और RD दोनों की ब्याज दरें अलग अलग रहती है| वर्तमान में (अक्तूबर 2022) SBI में FD के लिए ब्याज दरों की बात
करें तो (02 करोड़ से कम राशी के लिए) निम्न प्रकार से ब्याज दर निर्धारित है :-
SBI Bank FD Rates 2022 (Below 2 Crores)
·7 days – 45 days. 3.00% to 3.50%
·46 days – 179 days. 4.00% to 4.50%
·180 days – 210 days. 4.65% to 5.15%
·211 days – 364 days. 4.70% to 5.20%
·1 year – 1 year 364 days. 5.60% to 6.10%
·2 years – 2 years 364 days. 5.65% to 6.15%
·3 years – 4 years 364 days. 5.80% to 6.30%
·5 years – 10 years. 5.85% to 6.65%
परन्तु RD के लिए वर्तमान में (अक्तूबर
2022) SBI में निम्न प्रकार से ब्याज दर निर्धारित है :-
·01 वर्ष तक के लिए 5.6%
·01 वर्ष से अधिक परन्तु 02 वर्ष 11 माह तक 5.65%
·03 वर्ष से अधिक परन्तु 05 वर्ष तक 5.80%
·05 वर्ष तक से अधिक 5.85%
(v) राशी जमा करने के तरीके के आधार पर अंतर:-
FD में जहां आपको एक बार पैसे जमा कराने होते
हैं, उसके बाद किसी तरह का कोई झंझट
नहीं रहता, वहीं RD में आपको लगातार (Monthly) पैसे देने
पड़ते हैं| दोनों ही डिपॉजिट में आप जरूरत पड़ने पर लोन
ले सकते हैं|
FD में जहां आपको एक बार पैसा
देना होता है और इसके बाद आप चिंता मुक्त हो जाते हैं, और फिर बैंक द्वारा आपके
ऊपर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा सकती, क्योंकि आपने एक
बार में ही सारा अमाउंट जमा कर दिया है| परन्तु अगर आप RD करवाते हैं तो आपको एक निश्चित
अंतराल में पैसे जमा करने होते हैं, और अगर किसी जिस वजह से
आप किश्त नहीं दे पाते हैं (06 premium due) तो आपका बैंक
अकाउंट बंद भी किया जा सकता है, जिससे आपको परेशानी का सामना
करना पड़ सकता है|
(vi) Tax में छूटके आधार पर अंतर:-
RD में tax saving का कोई विकल्प नहीं होता है,
लेकिन FD में आपके पास सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचाने के लिए पांच साल की tax saving FD
का विकल्प होता है| RD में ज्यादातर बैंक डिपॉजिट की
मैच्योरिटी पर ब्याज देते हैं जबकि FD में आपको नियमित अंतराल पर ब्याज का विकल्प
मिलता है| RD जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प है, इसमें एक
निश्चित अवधि तक किस्तों में बचत करते हुए एक बड़ा फंड बनाया जा सकता है|
(D). दोनों में से कौन बेहतर है? (Which is
better?)
rd
or fd which is better
which
is better rd or fd
fd
vs rd which is better
RD
vs FD in Hindi,
FD में
आप एकमुश्त पैसा जमा कर करते है और इसके बाद बैंक इस पर सालाना के हिलाव से ब्याज ब्याज
दिया जाता है| वहीं RD में आप किश्तों में पैसे जमा कर सकते
हैं |
इसलिए अगर बात करें कि दोनों में से किसमें पैसा
invest करना चाहिए या फिर दोनों में से कौनसा विकल्प बेहतर है तो बता दे कि अगर
आपके पास एक मुश्त पैसा है तो आप FD निवेश कर सकते हैं, जबकि RD उन लोगों
के लिए फायदेमंद है,
जिनके पास एकमुश्त पैसा जमा नहीं है|RD में नौकरीपेशा लोग निवेश कर सकते हैं,क्योंकि इसमें एक साथ पैसे जमा नहीं करवाने होते हैं|
(E). दोनों में से कौनसा विकल्प चुने?
(Which option is to be selected?)
FD और RD में से किसी एक का चुनाव करना इस बात पर निर्भर करता है कि
निवेश के समय आपके पास कितना फंड उपलब्ध है और इसे कितने समय तक आप इसे निवेश कर
सकते है? अगर आपके पास एक Fixed Tenure के लिए निवेश करने के लिए एक
बड़ा फंड है, तो आप FD का विकल्प चुन सकते हैं क्योंकि इसमें आपको अधिक Compounding Benefits मिल सकते है| हालांकि,
अगर आपके पास एकमुश्त राशी नही है और आप हर महीने एक
निश्चित राशी निवेश करना चाहते हैं,तो आपके लिए RD एक बेहतर विकल्प है| FD
और RD में से किसी एक को चुनते समय अपने Financial goals का भी ध्यान रखना जरूरी होता
है|
टीचर्स ट्रांसफर की तैयारी: एक-दो दिन में जारी हो सकती है टीचर्स ट्रांसफर लिस्ट, प्रिंसिपल-लेक्चरर की लिस्ट तैयार
बीकानेर
शिक्षा विभाग टीचर्स ट्रांसफर की जंबो लिस्ट जल्दी ही जारी करने वाले हैं। ट्रांसफर लिस्ट तैयार हो चुकी है और एक-दो दिन में जारी हो जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि बुधवार रात या फिर गुरुवार को ही लिस्ट जारी होगी। सबसे पहले प्रिंसिपल और लेक्चरर के ट्रांसफर होंगे और इसके बाद सीनियर टीचर्स और ग्रेड थर्ड टीचर्स के ट्रांसफर होंगे।
शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला की पर्सनल टीम पिछले कई दिनों से ट्रांसफर लिस्ट तैयार करने में जुटी है। इसमें प्रिंसिपल और लेक्चरर की लिस्ट को दो दिन पहले अंतिम रूप दे दिया गया। अब मुख्यमंत्री सचिवालय से इस लिस्ट को अंतिम रूप से चैक करवाया जा रहा है। दरअसल, जोधपुर सहित प्रदेशभर के ट्रांसफर्स में मुख्यमंत्री सचिवालय का दखल है। मंगलवार रात को लिस्ट जारी होने की अफवाह शुरू हुई तो आला अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बुधवार या गुरुवार तक पहली लिस्ट आ सकती है।
*कांग्रेस मंत्रियों और विधायकों की सिफारिश*
ट्रांसफर में इस बार काग्रेस विधायकों, मंत्रियों और कांग्रेस सरकार को समर्थन देने वाले गैर कांग्रेसी विधायकों को खास तरजीह दी गई है। हर विधायक की सिफारिश को सीधे ट्रांसफर में तब्दील किया गया है। यहां तक कि वाइस वरसा ट्रांसफर करते हुए बड़ी संख्या में टीचर्स को सुविधाजनक स्थानों से हटाया भी जा रहा है। शहरी स्कूलों में वर्षों से जमे टीचर्स अब गांव में पदस्थापित हो रहे हैं।
*जयपुर में चल रहा है कैंप*
दरअसल, टीचर्स ट्रांसफर को लेकर जयपुर में लंबा चौड़ा केंप चल रहा है। शिक्षा निदेशालय से कई आला अधिकारियों के साथ ही प्रिंसिपल और लेक्चरर के रिकार्ड रखने वाले लिपिक भी जयपुर केंप में शामिल हुए हैं। इन सभी को जयपुर में रहना पड़ रहा है।
*सरकारी कर्मचारियों को सालाना 2 बार मिलेंगे प्रमोशन के मौके*
*CM गहलोत ने प्रस्ताव किया मंजूर, DPC के बाद होगी रिव्यू DPC*
जयपुर
राजस्थान में सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों को साल में दो बार प्रमोशन के मौके मिलेंगे। रेग्युलर डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी (DPC) के बाद बचे हुए खाली पद भरने के लिए कमेटी की एक और रिव्यू बैठक हो सकेगी। CM अशोक गहलोत ने साल में दो बार DPC की बैठक करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
प्रस्ताव के मुताबिक सभी सेवाओं में प्रमोशन से भरे जाने वाले पदों पर अगर रेग्युलर DPC की बैठक 30 सितंबर से पहले हो जाती है और उसके बाद किसी पोस्ट या कैडर के 15 फीसदी से ज्यादा पद 31 दिसम्बर तक खाली हो जाते हैं, तो ऐसे पदों को भरने के लिए DPC की सिफारिशों का रिव्यू किया जा सकेगा। साथ ही उसी फायनेंशियल ईयर में 31 मार्च तक दूसरी बैठक कर पदों को भरा जा सकेगा।
CM के इस फैसले से राजस्थान के सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को मिलेंगे प्रमोशन के ज्यादा मौके मिलेंगे। साल में दो बार DPC की बैठक कर वैकेंट पोस्ट भरी जाएंगी।
CM के इस फैसले से राजस्थान के सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को मिलेंगे प्रमोशन के ज्यादा मौके मिलेंगे। साल में दो बार DPC की बैठक कर वैकेंट पोस्ट भरी जाएंगी।
*वैकेंट पोस्ट को वक्त पर भरा जा सकेगा*
प्रदेश में वित्तीय वर्ष में एक अप्रैल से प्रमोशन का प्रोसेस शुरू हो जाता है। ज्यादातर विभागों में जून-जुलाई तक सालाना तौर पर रेग्युलर DPC बैठक आयोजित कर ली जाती है। DPC में एक अप्रैल की स्थिति में पूरे साल की सभी सम्भावित वैकेंट पोस्ट्स को शामिल किया जाता है। रेग्युलर DPC हो जाने के बाद भी सर्विस से अलग होने, कम्पलसरी रिटायरमेंट, वॉलंटरी रिटायरमेंट, कर्मचारी की डेथ होने, प्रमोशन स्वीकार नहीं करने जैसे अलग-अलग कारणों से पोस्ट खाली हो जाती हैं। इन वैकेंट पोस्ट्स को अब वक्त पर भरा जा सकेगा। इस प्रस्ताव के अप्रूवल से राज्य सरकार के कर्मचारियों को प्रमोशन के ज्यादा मौके मिल सकेंगे। विभागों को गवर्नमेंट वर्क के लिए ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी भी मिल सकेंगे।
( duties and responsibilities of Vice Principal in Rajasthan education department)
नमस्कार साथियों!
आज की इस पोस्ट में हम राजस्थान में शिक्षा विभाग में रजत पदक प्रधानाचार्य या उप प्राचार्य के उत्तरदायित्व एवं कर्तव्यों के बारे में जानेंगे।
उप प्रधानाचार्य (एल - 14 ) पद के उत्तरदायित्व एवं कार्य निर्धारण
शिक्षा की गुणवत्ता के मद्देनजर शैक्षिक परिवीक्षण तंत्र को सृदृढ करने एवं शिक्षा प्रशासन का शैक्षिक कार्यों के सुचारू संचालन एवं संचालन में कार्य कुशलता अभिवृद्धि की प्रत्याशा हेतु राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में राजस्थान शिक्षा (राज्य एवं अधीनस्थ) सेवा (दूसरा संशोधन) नियम- 2022 में संवर्गित उप प्रधाचार्य पद हेतु पद के दायित्व, मानदण्ड एवं
कार्य निर्धारण किया जाता है। विद्यालय कें समस्त प्रशासनिक निर्णय हेतु प्राचार्य दायित्वबद्ध रहेंगे। प्राचार्य के सहयोग हेतु उक्त तथ्यों के महेजर उप प्राचार्य विद्यालय में कार्यरत प्राचार्य के नियंत्रण / मातहत रहते हुए विद्यालयों के अपेक्षित कार्यों में से उप प्राचार्य को निम्नलिखित दायित्व दिये जाते है :-
1. कम से कम 18 कालांश का प्रति सप्ताह शिक्षण।
2. प्राचार्य की अनुपस्थिति (पद रिक्त / अवकाश/ यात्रा) की स्थिति में कार्यवाहक प्राचार्य के रूप में विद्यालय के संचालन के समस्त दायित्वों का निर्वहन ।
3. नामांकन कार्य व नामांकन लक्ष्यों की पूर्ति एवं ठहराव सुनिश्चित करते हुए विद्यालय क्षेत्राधिकार में ड्रॉप आउट को शुन्य स्तर पर लाना।
4. प्रवेश सम्बन्धी सम्पूर्ण प्रकिया का संचालन एवं प्रवेश सम्बन्धी अभिलेख/ शाला दर्पण अपडेशन पूर्ण करवाना।
5. विद्यालय समय सारणी (कक्षावार-शिक्षकवार) का निर्माण करना एवं उसकी पालना करवाना।
6. विद्यालय योजना का निर्माण करना, SDMC से अनुमोदन करवाना एवं उसकी पालना करवाना।
7. प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर शिक्षा की गूणवत्ता में सुधार हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन एवं प्रबोधन।
৪. प्रतिमाह कक्षा, शिक्षण एवं गृहकार्य का परिवीक्षण ( प्रति तीन माह में प्रत्येक शिक्षक के दो घोषित व दो अघोषित)।
9. स्थानीय परीक्षा / सामयिक परखों का संचालन।
10. शिक्षकों की दैन्दिनी (डायरी) अवलोकन एवं
सत्यापन ।
11. धूम्रपान निषेध अधिनियम (CoTPA) के तहत विद्यालय परिसर के 100 मीटर परिधि 8के क्षेत्र में धुम्रपान मुक्त क्षेत्र बनाए रखने की सुनिश्चितता एवं वृक्षारोपण, स्वच्छ भारत, सेनेटरी नेपकिन योजना, शाला स्वासथ्य कार्यक्रम तथा अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी
कार्यों के पदेन प्रभारी रहेंगे तथा इन कार्यक्रमों के प्रावधानों की विद्यालय में लागू करने हेतु प्राचार्य को आवश्यक सहयोग प्रदान करना।
12. कक्षा- 5, 8, 10 एवं 12 की बोर्ड परीक्षा परिणाम उन्नयन हेतु कार्य योजना बनाना एवं उसकी क्रियान्विति के लिए प्राचार्थ का सहयोग करना।
13. कक्षा - 5 व 8 के परीक्षा परिणाम हेतु उत्तरदायी रहेंगे।
14. विभाग द्वारा समय - समय पर आयोज्य विभिन्न प्रतियोगिताओं हेतु पूर्व तैयारी व उनके क्रियान्वयन का कार्य करना।
15. विभिन्न अकादमिक प्रतियोगिताओं यथा-विज्ञान मेला, कला उत्सव, बोर्ड सृजनात्मक प्रतियोगिताएं प्रतिभा खोज परीक्षाएं. NMMS स्कॉलरशीप परीक्षा, इन्सपायर अवार्ड, वार्षिक उत्सव, बाल सभा व विभाग द्वारा समय - समय पर आयोज्य / निर्देशित विभिन्न
गतिविधियों/ क्रियाकलापों इत्यादि में विद्यालय के विद्यार्थियों की भागीदारी सुनिश्चित करना।
16. मिड-डे-मिल के तहत पोषाहार वितरण सम्बन्धी गतिविधियों का संचालन हेतु पदेन प्रभारी होंगे।
17. विभाग द्वारा ऑन लाईन पोर्टल - शाला दर्पण अपडेशन, ऑनलाईन उपस्थिति,छात्रवृति पोर्टल एवं अन्य समस्त ऑन लाईन कार्य हेतु प्रभारी।
18. जो विद्यालय दो पारी में संचालित है, उन विद्यालयों में उप प्रधानाचार्य द्वितीय पारी (जिस पारी में कक्षा 5वीं एवं 8वीं का संचालन किया जा रहा हैं) के पदेन प्रभारी रहेंगे।
19. विद्यालय के कार्मिकों / शिक्षकों के आकस्मिक अवकाश स्वीकृत कर सकेंगे।
20. SDMC में सदस्य के रूप में कार्य करते हुए बैठकों के आयोजन एवं उनमें पारित निर्णयों की पालना व रिकार्ड संघारण का कार्य करना ।
21. प्राचार्य एवं उच्चाधिकारियों द्वारा समय -समय पर सौंपे गए समस्त कार्य करना।
*डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बार-बार नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर, सरकार शुरू कर रही वन टाइम रजिस्ट्रेशन पोर्टल*
राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को अब बार-बार डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। राजस्थान सरकार द्वारा युवाओं के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन पोर्टल तैयार किया जा रहा है। जिसमें स्टूडेंट्स अपने डॉक्यूमेंट अपलोड कर सकेंगे। इसके बाद राजस्थान के सभी सरकारी विभागों में युवाओं के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जा सकेगा।हालांकि इसके लिए युवाओं को इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
राजस्थान सरकार की ओर से शुरू होने जा रहे इस पोर्टल पर डॉक्यूमेंट अपलोड करने के बाद स्टूडेंट RPSC, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के साथ ही प्रदेश में होने वाली सभी भर्तियों में डॉक्यूमेंट वेरीफाई करवा सकेंगे। इसके लिए स्टूडेंट्स के आधार कार्ड के आधार पर उन्हें वन टाइम रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाएगा। जिस पर जाकर वह स्कूल, कॉलेज और दूसरे डिप्लोमा-डिग्री को अपलोड कर सकेंगे। वन टाइम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर स्टूडेंट्स को सेल्फ अटेस्टेड डॉक्युमेंट्स अपलोड करने होंगे। इसके साथ ही स्टूडेंट्स को डॉक्यूमेंट अपडेशन का मौका भी दिया जाएगा। ऑनलाइन पोर्टल को जल्द ही स्टूडेंट्स के लिए शुरू किया जाएगा।
हालांकि वन टाइम डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के तहत स्टूडेंट्स को भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने दिया जाएगा। इसके बाद पोस्टिंग के दौरान स्टूडेंट्स के ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स को पोर्टल पर अपलोड डॉक्युमेंट से वेरीफाई किया जाएगा। उसी के आधार पर उन्हें पोस्टिंग दी जाएगी। ऐसे में अगर स्टूडेंट्स द्वारा झूठे या नकली डॉक्यूमेंट अपलोड किए जाएंगे। तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
बता दें कि वन टाइम रजिस्ट्रेशन पोर्टल से राजस्थान की उम्र लाखों युवाओं को राहत मिलेगी। जो कंपटीशन एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स को डॉक्यूमेंट वेरीफाई करवाने के लिए बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वहीं भर्ती प्रक्रिया में अप्लाई करने के लिए भी वह आसानी से वन टाइम रजिस्ट्रेशन लिंक की मदद ले सकेंगे।
REET 2022 के एडमिट कार्ड जारी: 2 दिन चार पारियों में होंगे एग्जाम, एक घंटे पहले सेंटर नहीं पहुंचे तो नहीं मिलेगी एंट्री
2 दिन चार परियों में होगी परीक्षा।
राजस्थान में रीट भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। जिसे अभ्यर्थी की रीट की ऑफिशियल वेबसाइट reetbser2022.in से डाउनलोड कर सकते हैं। राजस्थान में 46,500 पदों के लिए 23 और 24 जुलाई को 2 दिन चार पारियों में पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पहली पारी की परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू होगी। जबकि दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 3 बजे शुरू होगी। रीक्षा केंद्र में पहली पारी के अभ्यर्थी को 9 बजे जबकि दूसरी पारी के अभ्यर्थी को 2 बजे तक ही एंट्री दी जाएगी। ऐसे में कोई भी अभ्यर्थी परीक्षा से 1 घंटे पहले तक अगर केंद्र पर नहीं पहुंच पाया। तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
बता दें कि प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान एडमिट कार्ड 10 से 7 दिन पहले जारी कर दिए जाते हैं। पिछले साल रीट परीक्षा में हुई धांधली की वजह से इस बार परीक्षा से सिर्फ 3 दिन पहले एडमिट कार्ड जारी किए गए हैं। इस बार दो दिन चार परीक्षा में होने वाली भर्ती परीक्षा में कुल 15,66,992 लाख अभ्यर्थी भाग लेंगे। इनमें से 13,65,831 लाख राजस्थान से है। जबकि, 2,01,161 लाख अभ्यर्थी अन्य दूसरे राज्यों से परीक्षा देने राजस्थान आएंगे। वहीं राजसथान में सबसे ज्यादा 3 लाख 50 हजार 713 अभ्यर्थी जयपुर में परीक्षा देंगे।
सैंपल एडमिट कार्ड : परीक्षा देने से पहले एडमिट कार्ड के नीचे दिए दिशा-निर्देश को अच्छे से पढ़ना है। परीक्षा को लेकर पूरी गाइडलाइन दी गई है।
सैंपल एडमिट कार्ड : परीक्षा देने से पहले एडमिट कार्ड के नीचे दिए दिशा-निर्देश को अच्छे से पढ़ना है। परीक्षा को लेकर पूरी गाइडलाइन दी गई है।
*रोडवेज, सिटी बसों के साथ मेट्रो का सफर भी फ्री*
अभ्यर्थियों के आने-जाने के लिए राजस्थान सरकार ने रोडवेज, सिटी बसों में भी फ्री सफर की राहत दी है। इसके तहत राजस्थान सीमा में 21 जुलाई से 26 जुलाई तक रीट अभ्यार्थी अपना एडमिट कार्ड दिखाकर प्रदेश में कहीं भी फ्री में सफर कर सकेंगे। जबकि 22 से 25 जुलाई तक अभ्यार्थी जयपुर मेट्रो में भी फ्री में सफर कर सकेंगे। वहीं, बाहरी राज्यों से आने वाले लगभग दो लाख अभ्यर्थियों के लिए उनके नजदीकी स्टेशन से ट्रेन और बसों की व्यवस्था भी की जाएगी।
*लापरवाही पड़ सकती है भारी*
प्रदेशभर में 2 दिन चार परियों में होनी वाली परीक्षा में अभ्यर्थी केंद्र पर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कि मोबाइल, ब्लूटूथ, कैल्क्यूलेटर भी नहीं ला सकते हैं। ऐसे में अगर इनमें से कोई भी वस्तु अगर अभ्यर्थी के पास मिली। तो उसके खिलाफ अनुचित साधनों की रोकथाम अधिनियम 1992 के तहत कार्रवाई होगी। वहीं परीक्षा के दौरान नकल और धांधली करने पर राजस्थान में नकल के खिलाफ बने कानून के तहत 10 से 12 साल की सजा के साथ आरोपी की सम्पति सीज कर उससे जुर्माना वसूला जाएगा।
*पुलिस और शिक्षा विभाग CCTV से करेगा निगरानी*
रीट में नकल रोकने के लिए प्रदेशभर के 1376 परीक्षा केंद्रों की 30 हजार से ज्यादा CCTV से निगरानी की जाएगी। जिसकी मॉनिटरिंग शिक्षा विभाग के साथ पुलिस के अभय कमांड सेंटर को भी दी जाएगी। वहीं परीक्षा केंद्र पर पेपर आने से लेकर फिर से पेपर जाने तक के हर पर की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई जाएगी।
इस दौरान नकल रोकने के लिए अभ्यर्थियों को मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा। वहीं कलेक्टर के वेरिफिकेशन के बाद ही परीक्षा केंद्र पर कर्मचारियों को नियुक्त किया जाएगा। इस दौरान केंद्र पर तैनात कर्मचारी भी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। हालांकि इस दौरान केवल केन्द्राधीक्षक को की-पेड युक्त मोबाईल परीक्षा केन्द्र पर रखने की परमिशन होगी।
*लाइफटाइम रहेगी वैलिडिटी*
राजस्थान में रीट प्रमाण पत्र की वैलिडिटी पहले सिर्फ 3 साल की रहती थी। लेकिन कैबिनेट की बैठक के बाद सरकार ने वैलिडिटी को बढ़ाकर लाइफटाइम कर दिया है। ऐसे में थर्ड ग्रेड टीचर के लिए अब उम्मीदवारों को सिर्फ एक बार ही पात्रता परीक्षा देनी होगी। जबकि सिलेक्शन के लिए उन्हें अलग एग्जाम देना होगा।
*जाने ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती प्रक्रिया*
राजस्थान में ग्रेड थर्ड टीचर्स के कुल 46,500 पदों पर भर्ती होगी। इसमें लेवल-1 में 15,000 और लेवल-2 के 31,500 पद शामिल है।
लेवल-1 और लेवल-2 के लिए दो चरण में भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पहले चरण की परीक्षा सिर्फ पात्रता के लिए होगी। जबकि दूसरे चरण की परीक्षा का आयोजन टीचर्स के सिलेक्शन के लिए किया जाएगा।
23 और 24 जुलाई को आयोजित होने वाली पात्रता परीक्षा का रिजल्ट इसी साल सितंबर तक जारी किया जाएगा।
अगले साल जनवरी में टीचर्स के सिलेक्शन के लिए एक और भर्ती परीक्षा का आयोजन होगा। इसमें सब्जेक्ट के आधार पर परीक्षा आयोजित की जाएगी।
लेवल-1 और लेवल-2 दोनों की परीक्षा 300 नंबर की होगी। इसके लिए उम्मीदवार को दो घंटे 30 मिनट का वक्त दिया जाएगा।
*एडमिट कार्ड ऐसे करें डाउनलोड*
सबसे पहले की आधिकारिक वेबसाइट reetbser2022.in पर जाएं।
होम पेज पर उपलब्ध REET 2022 एडमिट कार्ड लिंक पर क्लिक करें।
अपना लॉगिन विवरण दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक करें।
आपका एडमिट कार्ड स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा।
एडमिट कार्ड चेक करें और पेज डाउनलोड करें।
आगे की जरूरत के लिए उसी की एक हार्ड कॉपी अपने पास रखें।
*2 दिन चार पारियों में होंगे एग्जाम, एक घंटे पहले सेंटर नहीं पहुंचे तो नहीं मिलेगी एंट्री*
*2 दिन चार परियों में होगी परीक्षा*
राजस्थान में रीट भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। जिसे अभ्यर्थी की रीट की ऑफिशियल वेबसाइट reetbser2022.in से डाउनलोड कर सकते हैं। राजस्थान में 46,500 पदों के लिए 23 और 24 जुलाई को 2 दिन चार पारियों में पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पहली पारी की परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू होगी। जबकि दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 3 बजे शुरू होगी। रीक्षा केंद्र में पहली पारी के अभ्यर्थी को 9 बजे जबकि दूसरी पारी के अभ्यर्थी को 2 बजे तक ही एंट्री दी जाएगी। ऐसे में कोई भी अभ्यर्थी परीक्षा से 1 घंटे पहले तक अगर केंद्र पर नहीं पहुंच पाया। तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
बता दें कि प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान एडमिट कार्ड 10 से 7 दिन पहले जारी कर दिए जाते हैं। पिछले साल रीट परीक्षा में हुई धांधली की वजह से इस बार परीक्षा से सिर्फ 3 दिन पहले एडमिट कार्ड जारी किए गए हैं। इस बार दो दिन चार परीक्षा में होने वाली भर्ती परीक्षा में कुल 15,66,992 लाख अभ्यर्थी भाग लेंगे। इनमें से 13,65,831 लाख राजस्थान से है। जबकि, 2,01,161 लाख अभ्यर्थी अन्य दूसरे राज्यों से परीक्षा देने राजस्थान आएंगे। वहीं राजसथान में सबसे ज्यादा 3 लाख 50 हजार 713 अभ्यर्थी जयपुर में परीक्षा देंगे।
*लापरवाही पड़ सकती है भारी*
प्रदेशभर में 2 दिन चार परियों में होनी वाली परीक्षा में अभ्यर्थी केंद्र पर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कि मोबाइल, ब्लूटूथ, कैल्क्यूलेटर भी नहीं ला सकते हैं। ऐसे में अगर इनमें से कोई भी वस्तु अगर अभ्यर्थी के पास मिली। तो उसके खिलाफ अनुचित साधनों की रोकथाम अधिनियम 1992 के तहत कार्रवाई होगी। वहीं परीक्षा के दौरान नकल और धांधली करने पर राजस्थान में नकल के खिलाफ बने कानून के तहत 10 से 12 साल की सजा के साथ आरोपी की सम्पति सीज कर उससे जुर्माना वसूला जाएगा।
*पुलिस और शिक्षा विभाग CCTV से करेगा निगरानी*
रीट में नकल रोकने के लिए प्रदेशभर के 1376 परीक्षा केंद्रों की 30 हजार से ज्यादा CCTV से निगरानी की जाएगी। जिसकी मॉनिटरिंग शिक्षा विभाग के साथ पुलिस के अभय कमांड सेंटर को भी दी जाएगी। वहीं परीक्षा केंद्र पर पेपर आने से लेकर फिर से पेपर जाने तक के हर पर की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई जाएगी।
इस दौरान नकल रोकने के लिए अभ्यर्थियों को मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा। वहीं कलेक्टर के वेरिफिकेशन के बाद ही परीक्षा केंद्र पर कर्मचारियों को नियुक्त किया जाएगा। इस दौरान केंद्र पर तैनात कर्मचारी भी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। हालांकि इस दौरान केवल केन्द्राधीक्षक को की-पेड युक्त मोबाईल परीक्षा केन्द्र पर रखने की परमिशन होगी।
*लाइफटाइम रहेगी वैलिडिटी*
राजस्थान में रीट प्रमाण पत्र की वैलिडिटी पहले सिर्फ 3 साल की रहती थी। लेकिन कैबिनेट की बैठक के बाद सरकार ने वैलिडिटी को बढ़ाकर लाइफटाइम कर दिया है। ऐसे में थर्ड ग्रेड टीचर के लिए अब उम्मीदवारों को सिर्फ एक बार ही पात्रता परीक्षा देनी होगी। जबकि सिलेक्शन के लिए उन्हें अलग एग्जाम देना होगा।
कार्यालय निदेशक, प्रारम्भिक शिक्षा, राजस्थान, बीकानेर
क्रमांक :- शिविरा/ प्रारं / छात्रृत्ति / डी /राजश्री योजना / 2021-22
दिनांक :- । /2/2০22-
विज्ञप्ति
| राज्य की बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक सोच विकसित करने एवं उनके स्वास्थ्य
तथा शेक्षणिक स्तर में सुधार के लिए 01 जून 2016 या इसके पश्चात जन्म लेने वाली बालिकाओं के माता
पिता / अभिभावक को मुख्यमंत्री राजश्री योजना के माध्यम से तृत्तीय किश्त के रूप में योजना का परिलाभ दिया
जायेगा। उक्त योजनान्तर्गत तृतीय एवं पश्चातवर्ती किश्तों के भुगतान हेतु पात्र बालिकाओं से ऑनलाईन
आवेदन पत्र शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से आमंत्रित किये जाते हैं। योजनान्तर्गत सत्र 2021-22 में राजकीय
विद्यालयों की पहली कक्षा में प्रवेश लेने वाली बालिकाओ से दिनांक 14.02.2022 से 28.02.2022 तक आवेदन
पत्र ऑनलाईन आमंत्रित किये जाते हैं। योजनान्तर्गत पात्रता निम्नानुसार है।
पात्रता
1. ऐसी बालिकाएं जिनका जन्म राजस्थान राज्य के राजकीय एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा
संस्थागत प्रसव हेतु अधिकृत चिकित्सा संस्थानों में 01 जून 2016 अथवा इसके पश्चात हो।
2. ऐसी बालिकाएं ही योजनान्तर्गत तृतीय एवं पश्चातवर्ती किश्तों का लाभ लेने के लिए पात्र होगी
जिन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रदत्त प्रथम एवं द्वितीय किश्तों का लाभ प्राप्त किया हो।
योजना का लाभ राजस्थान की मूल निवासी एवं जनआधार कार्डधारी प्रसूताओं के लिए ही देय होगा।
योजनान्तर्गत राजकीय विद्यालय में प्रथम कक्षा में सत्र 2021-22 में प्रवेश लेने वाली बालिकाएं ही पात्र
ATACH Ya HT pregnancy Child Traking and Health Service Management System ID
(PCTS ID) संलग्न करना अनिवार्य है।
होगी।
योजनान्तर्गत तीसरी एवं पश्चातवत्ती किश्तों का लाभ एक परिवार में अधिकतम दो जीवित संतान तक
ही सीमित होगा।
देय आर्थिक सहायता
1. उक्त योजनान्तर्गत पहली कक्षा में प्रवेश पर तृतीय किश्त के रूप में एक मुश्त 4000 /- रूपये प्रदान
किये जायेंगें एवं योजनान्तर्गत देय राशि बालिका के अभिभावक / संरक्षक के बैंक खाते में डीबीटी के
नाध्यम से स्थानान्तरित की जायेगी।
आवेदन की प्रक्रिया
अभिभावक / संरक्षक / बालिका को तीसरी किश्त के भुगतान हेतु निर्धारित आवेदन पत्र को पूर्णतः भर
कर एवं आवश्यक दस्तावेज संलग्न करके विद्यालय के संस्था प्रधान को जमा करवाना होगा एवं संस्था प्रधान
के
द्वारा शाला दर्पण पोर्टल पर ऑनलाईन आवेदन करना अनिवार्य होगा।
उपर्युक्त योजना के ऑनलाईन आवेदन हेतु आवेदन पत्र
, विस्तृत दिशा-निर्देश, पात्रता एवं शर्ते,
भुगतान की दरें, संलग्न किए जाने वाले आवश्यक दस्तावेजों का विवरण तथा युजर मैन्युवल शिक्षा विभाग की वेबसाइट
https://education.rajasthan.gov.in/content/raj/education/secondary एवं शाला दर्पण पर उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री राजश्री योजना
राजकीय विद्यालयों में कक्षा 1,6,10 में प्रवेश के उपरांत एवं कक्षा 12 उत्तीर्ण करने वाली
बालिकाओं के लिए तृतीय एवं पश्चावर्ती किश्तों के भुगतान हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश
योजना का परिचय:- राज्य में बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक सोच विकसित करने एवं उनके
स्वास्थ्य तथा शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए मुख्यमंत्री राजश्री योजना लागू की गई है। इस योजना के
तहत 1 जून 2016 या इसके पश्चात जन्म लेने वाली बालिकाओं के अभिभावक/ संक्षक को तृतीय किश्त
के रूप में योजना का परिलाभ दिया जायेगा।
योजना का उद्देश्यः-
1. राज्य में बालिका जन्म के प्रति सकारात्मक वातावरण तैयार करते हुए बालिका का समग्र विकास
करना
2 बालिकाओं के लालन-पालन, शिक्षण व स्वास्थ्य के मामले में होने वाले लिंगभेद को रोकना एवं
बालिकाओं का बेहतर शिक्षण व स्वास्थ्य सुनिश्चित करना।
3. संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देकर मातृ-मृत्यु दर में कमी लाना।
4. बालिका शिशु मृत्यु दर में कमी लाना एवं घटते बाल लिंगानुपात को सुधारना।
5, बालिका का विद्यालयों में नामांकन एवं ठहराव सुनिश्चित करना।
6. बालिका को समाज में समानता का अधिकार दिलाना।
योजना के अन्तर्गत देय लाभ:- प्रत्येक लाभार्थी बालिका के माता - पिता / संरक्षक को योजनान्तर्गत तृतीय
एवं पश्चावत्ती किश्तों द्वारा कुल राशि रूपये 45,000 अधिकतम का भुगतान निम्नानुसार किया जाएगा।
1. बालिका के किसी भी राजकीय विद्यालय में प्रथम कक्षा में प्रवेश लेने पर बालिका के नाम से 4000
रू. की राशि देय होगी।
2, वालिका के किसी भी राजकीय विद्यालय में कक्षा - में प्रवेश लेने पर बालिका के नाम से 5000
की राशि देय होगी।
रू.
3. वालिका के किसी भी राजकीय विद्यालय में कक्षा-10 में प्रवेश लेने पर बालिका के नाम से 11,000
रू. की राशि देय होगी ।
4. वालिका के किसी भी राजकीय विद्यालय से कक्षा-12 उत्तीर्ण करने पर 25000 रू. की राशि देय
होगी।
पात्रता एवं शर्ते :-
1. ऐसी वालिकाएं जिनका जन्म 01 जून 2016 या उसके पश्चात हुआ हो।
2. तृतीय एवं पश्चाव्ती किश्तों के लिए ऐसी वालिकाएँं ही
लाभ की पात्र होगी जिन्होंने मुख्यमंत्री राजश्री योजना की प्रथम एवं द्वितीय किश्त का परिलाभ प्राप्त किया हो।
3. योजना की अगली किश्त पूर्व में सभी किश्त / किश्तें प्राप्त करने की स्थिति में ही देय होगी।
4. मुख्यमंत्री राजश्री योजना के अतंर्गत राजकीय विद्यालयों में कक्षा 1, 6, 10 में प्रवेश उपरांत एवं कक्षा 12 उतीर्ण करने पर बालिकाएं लाभ की पात्र होगीं।
5. मुख्यमंत्री राजश्री योजना के अंतर्गत देय समरत परिलाभ राजरथान जन आधार कार्ड के माध्यम से देय है।
6. तीसरी एवं पश्चातवर्ती किश्तों का लाभ एक परिवार में अधिकतम दो जीवित संतानों तक ही सीमित
होगा अर्थात प्रथम दो किश्तों के अतिरिक्त अन्य किश्तों का लाभ उन्हीं बालिकाओं को देय होगा
जिनके परिवार में जीवित संतानों की संख्या दो से अधिक नहीं होगी इस हेतु निर्धारित प्रकिया के
अनुसार माता-पिता को स्वघोषणा पत्र प्रस्तुत / अपलोड करना अनिवार्य होगा।
7. यदि माता -पिता कि ऐसी बालिका की मृत्यु हो जाती है, जिसे एक या दो किश्तों का लाभ दिया
जा चुका है तो ऐसे माता पिता की कुल जीवित संतानों में से मृत बालिका की संख्या कम हो
जाएगी तथा ऐसे माता पिता के यदि एक बालिका और जन्म लेती है तो वह लाभ की पात्र होगी।
तीसरी एवं पश्चातवती किश्तों का लाभ अधिकतम दो जीवित संतानों तक ही सीमित होगा अर्थात
तृतीय किश्त (बालिका के राजकीय विद्यालय में कक्षा प्रथम में प्रवेश लेने पर) परिलाभ तभी देय
होगा जबकि उसने प्रथम एवं द्वितीय किश्तों का परिलाभ प्राप्त किया हो।
৪. उक्त कक्षाओं में पढ़ने के लिए योजना का लाभ केवल एक वर्ष के लिए उपलब्ध होगा यदि कोई
बालिका अगले वर्ष में भी उसी समान कक्षा में पढ़ती है तो उसे अगले वर्ष (अथवा बाद के वर्ष के
लिए) उसी कक्षा के लिए योजना का लाभ नहीं देय होगा।
9. तीसरी किश्त अर्थात बालिका के प्रथम कक्षा में प्रवेश लेने पर देय राशि प्राप्त करने हेतु बालिका
की माता, माता न होने पर पिता या अभिभावक के द्वारा निर्धारित आवेदन पत्र में विद्यालय प्रवेश के
समय मातृ शिशु कार्ड की प्रति, दो संतानों संबंधी स्वघोषणा पत्र एवं जनआधार कार्ड की प्रति भी
उपलब्ध करवानी होगी। प्राप्त पात्र आवेदनों को संस्था प्रधान के माध्यम से शालादर्पण पोर्टल पर
ऑनलाईन सबमिट एवं लॉक करने के पश्चात् जिला शिक्षा आधिकारी माध्यमिक-मुख्यालय के द्वारा
योजना की राशि स्वीकृत कर अभिभावक / संरक्षक के बैंक खाते में राशि का डीबीटी के माध्यम से
हंस्तातरण किया जायेगा।
10, योजना के अन्तर्गत चौथी, पांचवी तथा छठी किश्त अर्थात कक्षा 6 व कक्षा 10 में प्रवेश के समय
एवं कक्षा 12 उत्तीर्ण करने पर सम्बन्धित राजकीय विद्यालय द्वारा बालिका की माता, माता पर पिता या अभिभावक / संरक्षक से निर्धारित प्रारूप में अवेदन पत्र प्राप्त करने के पश्चात न होने किश्त का भुगतान डीबीटी के माध्यम से ऑनलाईन हस्तान्तरण किया जायेगा।
11.आयोजना विभाग के पत्र क्रमांक एफ 17(18)4/डीईएस /रा.ज.आ.यो./2019 दिनांक 27.11.2019
की अनुपालना में विभाग द्वारा जारी परिपत्र क्रमांक एफ.27(1)35)(n)/ निमअ /SRCW/MRY /2015-
16/6069 दिनांक 26.02.2021 के अनुसार मुख्यमंत्री राजश्री योजना के अन्तर्गत देय समस्त परिलाभ
जनआधार कार्ड के माध्यम ऑनलाईन हस्तान्तरण किए जावेंगे ।
12. योजना का प्रशासनिक विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग होगा।
13. योजना के अन्तर्गत तृतीय चौथी, पांचवी तथा छठी किश्त अर्थात् कक्षा 1, 6 व कक्षा 10 में प्रवेश के
समय एवं कक्षा 12 उत्तीर्ण करने पर सम्बन्धित राजकीय विद्यालय में बालिका के अभिभावक /संरक्षक द्वारा निर्धारित प्रारूप में आवेदन पत्र जमा कराना होगा। पात्र आवेदन शाला
दर्पण पोर्टल पर सर्था प्रधान के द्वारा ऑनलाईन प्रविष्ट कर आवश्यक दस्तावेज आवेदन के साथ शालादर्पण पोर्टल पर अपलोड किये जाएगे। आवेदन सबमिट एवं लॉक करने के पश्चात् एक एप्लीकेंशन आई डी जनरेट होगी। शाला दर्पण पोर्टल पर बालिका का जन आधार / आधार
ऑथिेटिकेशन (JanAadhar / Aadhar Authentlcatlon) करना होगा एवं जन आधार से लिंक बालिका या परिवार के मृखिया के वैँक खाते से राम्यचित सूचनाओं को अपडेट करना अनिवार्य होगा।